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RBSE 10th 12th Class Passing Marks: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE), अजमेर हर साल कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करता है। इस साल 10वीं की परीक्षाएं 6 मार्च से 4 अप्रैल 2025 तक चलीं, जबकि 12वीं की परीक्षाएं 6 मार्च से 9 अप्रैल 2025 तक विषय अनुसार संपन्न हुईं। अब जब परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं, तो छात्र-छात्राओं के मन में सबसे बड़ा सवाल यही है – आखिर पास होने के लिए कितने नंबर लाने जरूरी हैं? साथ ही वे ग्रेस मार्क्स और सप्लीमेंट्री परीक्षा से जुड़ी जानकारी भी जानना चाहते हैं।

RBSE 10th 12th Class Passing Marks
pic: RBSE 10th 12th Class Passing Marks

RBSE 10th 12th Class Passing Marks 2025

RBSE के नियमों के अनुसार, RBSE 10th 12th Class Passing Marks दोनों ही कक्षाओं में पास होने के लिए छात्रों को हर विषय में कम से कम 33% अंक लाना जरूरी होता है। यानी यदि कोई विषय 100 अंकों का है, तो उसमें न्यूनतम 33 अंक लाने होंगे।

जिन विषयों में थ्योरी (लिखित) और प्रैक्टिकल (प्रयोगात्मक) दोनों भाग होते हैं, वहां दोनों में अलग-अलग 33% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है।


राजस्थान बोर्ड 10वीं कक्षा पासिंग मार्क्स 2025

10वीं बोर्ड परीक्षा की बात करें तो यह 6 मार्च से 4 अप्रैल 2025 के बीच आयोजित की गई थी। उम्मीद है कि 10वीं का रिजल्ट मई 2025 के अंतिम सप्ताह तक जारी कर दिया जाएगा।

RBSE 10वीं में हर विषय का कुल पेपर 100 अंकों का होता है, जिसमें:

  • 80 अंक लिखित परीक्षा के होते हैं
  • 20 अंक सत्रांक (Internal) के होते हैं, जो स्कूल द्वारा दिए जाते हैं

छात्र को इन दोनों को मिलाकर कुल 33 अंक लाने अनिवार्य होते हैं।

उदाहरण से समझें:

अगर किसी छात्र को हिंदी विषय में इंटरनल (सत्रांक) में 20 में से पूरे 20 अंक मिल गए हैं, तो उसे लिखित परीक्षा में केवल 13 अंक लाने होंगे ताकि कुल 33 अंक पूरे हो जाएं।

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ग्रेस मार्क्स की सुविधा

यदि छात्र किसी एक या दो विषयों में थोड़े ही नंबर से पीछे रह जाते हैं, तो बोर्ड उन्हें ग्रेस मार्क्स प्रदान करता है।

  • एक छात्र को अधिकतम दो विषयों में ग्रेस दी जा सकती है
  • ग्रेस मार्क्स की सीमा 5 से 6 अंक तक होती है

उदाहरण:
यदि कोई छात्र दो विषयों में 30-30 अंक ला रहा है, तो दोनों में 3-3 ग्रेस अंक देकर उसे पास कर दिया जाएगा।


सप्लीमेंट्री परीक्षा की जानकारी

यदि छात्र किसी एक विषय में ग्रेस देने के बावजूद पास नहीं हो पाता है, तो उसे उस विषय में सप्लीमेंट्री (पूरक परीक्षा) देने का मौका मिलता है।

हालांकि यदि दो से अधिक विषयों में छात्र असफल होता है, तो उसे फेल घोषित कर दिया जाता है।

सत्रांक (Internal Marks) कैसे दिए जाते हैं?

10वीं कक्षा में सत्रांक स्कूल द्वारा भेजे जाते हैं। ये अंक निम्नलिखित आधार पर दिए जाते हैं:

  • स्थानीय परीक्षाएं
  • प्रोजेक्ट वर्क
  • उपस्थिति
  • अनुशासन और व्यवहार
  • वृक्षारोपण जैसे सह-शैक्षणिक गतिविधियाँ

RBSE 10th 12th Class Passing Marks

12वीं कक्षा में पास होने के लिए भी छात्र को हर विषय में कम से कम 33% अंक लाना होता है।

जिन विषयों में प्रैक्टिकल नहीं होता:

  • पेपर कुल 100 अंकों का होता है
    • 80 अंक थ्योरी (लिखित)
    • 20 अंक सत्रांक
  • कुल मिलाकर 33 अंक लाना अनिवार्य होता है

जिन विषयों में प्रैक्टिकल होता है:

  • थ्योरी पेपर: 56 अंक
  • सत्रांक (Internal): 14 अंक
  • प्रैक्टिकल परीक्षा: 30 अंक

इस तरह कुल अंक होते हैं 100, और पास होने के लिए जरूरी है:

  • थ्योरी + सत्रांक = 70 में से कम से कम 23 अंक
  • प्रैक्टिकल = 30 में से कम से कम 10 अंक
  • कुल मिलाकर कम से कम 33 अंक

12वीं में ग्रेस मार्क्स की सुविधा

12वीं बोर्ड में भी छात्रों को 5 से 6 अंकों तक ग्रेस मार्क्स दिए जा सकते हैं, लेकिन ये अधिकतम दो विषयों तक सीमित होते हैं।

अगर किसी छात्र को ग्रेस देने के बाद भी न्यूनतम अंक नहीं मिलते, तो उसे उस विषय में सप्लीमेंट्री परीक्षा देनी होती है।
और अगर दो या उससे अधिक विषयों में छात्र पास नहीं हो पाता, तो उसे फेल कर दिया जाता है।

राजस्थान बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास करने के लिए सभी विद्यार्थियों को हर विषय में न्यूनतम 33% अंक लाना आवश्यक होता है। यदि कोई छात्र थोड़े अंकों से पीछे रह जाता है, तो उसे ग्रेस मार्क्स या सप्लीमेंट्री का अवसर मिलता है।

छात्रों को चाहिए कि वे हर विषय में पूरी मेहनत से तैयारी करें ताकि ग्रेस मार्क्स या सप्लीमेंट्री की जरूरत ही न पड़े। साथ ही, स्कूल द्वारा दिए जाने वाले सत्रांक को भी गंभीरता से लें, क्योंकि ये भी कुल अंक में अहम भूमिका निभाते हैं।